Saturday, January 12, 2008

कहानी बयां करती तस्वीरें...







पिछले कुछ दिनों से हम सब के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति महोदय विशेष चर्चा में हैं। मुद्दा कोई राजनीतिक नहीं बल्कि इश्क का है। वही इश्क जिसे लेकर किसी शायर ने कह डाला...


इश्क़ बंदगी भी हो जाए, कम हैं,


इश्क़ में इल्ज़ाम उठाने ज़रूरी हैं


शायद यही कारण है कि राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी आज कल मीडिया के नए शिकार बने हुए हैं। हालांकि इंडियन मीडिया में वो चर्चा का विषय तब बने जब महबूबा कार्ला ब्रूनी के साथ उनके भारत दौरे की बात उठी। प्रश्न ये उठा कि क्या ब्रूनी को "प्रथम महिला" वाला प्रोटोकोल मिलेगा या नहीं? पर अंततः तय हुआ कि सरकोजी भारत आएंगे और ब्रूनी के साथ आएंगे... और वो भी गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट बनकर। पर ब्रूनी फर्स्ट लेडी वाला प्रोटोकोल नहीं पा सकेंगी।

फिलहाल इन दोनो की नज़दीकिया और घुमाई का ये आलम है कि कभी-कभी तो लगता है कि राष्ट्रपति महोदय के पास कोई काम नहीं रह गया। कम से कम टीवी चैनलों में चल रहीं खबरों को देखें तो ऐसा ही लगता है। जहाँ देखिए वहीं वो अपनी मॉडल महिला मित्र के साथ नज़र आ रहे हैं। बता दें दिलकश और हसीन कार्ला ब्रूनी एक प्रोफेशनल मॉडल है। राष्ट्रपति को ये क्यों भा गईं होंगी इसे बताने की ज़रूरत नहीं... बस चंद तस्वीरें खुद-ब-खुद सारी कहानी बयां करती हैं... ज़रा तफसील से देखिएगा ज़नाब.



1 comment:

Sandeep Singh said...

गणतंत्र दिवस पर राषट्रपति निकोलस सरकोजी के साथ हिंदुस्तान आने वाली मॉडल कार्ला ब्रूनी को भले ही प्रथम महिला का पुरस्कार न मिले लेकिन दौरे के दौरान कार्ला को हिंदुस्तानी मीडिया में क्या तवज्जो मिलने वाली है इसकी बानगी दिखनी शुरू हो गई है, और दिखै वाली चीज भी बैठक बाजों से छूट जाए फिर तौ समझो भइया नरकै भई। मौके से काफी पहिले ताड़ लियो ई लिए आप बधाई के पात्र हो। तो भैया एक बार फिर चाय बैठकी जिंदाबाद।