Thursday, June 26, 2008

Chay Baithkee: Kahin Is BLOG ki Sham na ho jaye...

हम जैसे लोगों के होते हुए ये ब्लॉग बंद हो जाय ये संभव ही नहीं है भाई. हम अभी जिन्दा हैं.

1 comment:

अंशुमान सिंह said...

तिवारी जी आप अकेले नहीं हैं. जिस दिन ये ब्लॉग बंद हो जायेगा समझ लीजिये इलाहाबाद के पत्रकारों की कलम में धार नहीं रह गयी. वो दिन अभी नहीं आया है. हम भी आप के पीछे हैं.