Friday, May 30, 2008
नमन चाय बैठकी में होने वाली बतकही को
meerut कल poorw men हुए तीन हत्याकांड के विरोध में बंद था सुबह ८ बजे से ड्यूटी शुरू हुई बाजार स्वतःस्फूर्त से बंद दिखा । कुछ पारंपरिक तस्वीरों के कैद करने से iter की चाहत दिन bhar jehan में tari रही सो मैं भी दिन bhar शहर में होने और न होने (sannata) वाली gatividhiyon को अपने camere में sahejata रहा। hukka gudgudate bephikra बाबा, फ़ोन से apno ko अपनी kushlta और शहर के halat के bare में batiyate लोग, bhoonkh और pyas से kumbhlate ड्यूटी per mustaid sipahi और भी कुछ sunder तस्वीरें मिली। sham होते होते thakan के karan चाय की talab हुई , चाय बैठकी की yaad ayi, आप सब yaad aye, अपना शहर yaad aya।......................लिक्खाड साथियों कुछ गलती हो तो माफ करना।
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1 comment:
साब माफी की बात कैसी, आप अपुन लोगों को शर्मिंदा करते हो जी, एक तो अपन कुछ लिख नहीं पा रहे ऊपर से आप तस्वीर ठेलने के बाद लिख भी डाले फिर बात करते हो माफी की....मतलब जलील करने का कोई नुस्खा बाकी नहीं रखना चाहते जी।
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