Monday, May 26, 2008

Sudar ye bhi kam nahin par aapke unki jaise nahin


1 comment:

Sandeep Singh said...

अभिमन्यु जी बधाई सभी तस्वीरें अच्छी लगीं। संगम के गीले सौन्दर्य की बूंदे जलती आरती पर नहीं गिरीं गनीमत रही। क्योंकि ये वो तस्वीर थी जो बेहद खूबसूरत है। अगेंस्ट लाइट में बाती की लौ...वाह। इस बीच बैठकी में लोगों की कलम तो जरूर थमी (अभिनव भाई को छोड़कर)लेकिन कैमरे की बाजगरी खूब दिखी...भली भी लगी।