Monday, May 26, 2008

खुशी के ये पल


5 comments:

Sandeep Singh said...

हाथ मिलाओ दोस्त.....
सही मायने में आज जुड़े ब्लॉग से। अपनों के जरिए ये तो पता चलता रहता था कि आप कुछ तस्वीरें पोस्ट करने वाले हैं, लेकिन लंबा होता इंतजार बार-बार ठेठ इलाहाबादी शब्द "बकैती" की ओर इशारा करने लगा था।
मित्र राज की बात बताओ 'खुशी के पल' कैमरे में कैद करते वक्त कैमरा हिले न इसलिए बहुत कस कर तो नहीं थामना पड़ा...?

तस्वीर "हाथ मिलाओं दोस्त" के लिए बहुत-बहुत बधाई। यकीनन प्राइज विनिंग पिक्चर।

शोभा said...

पास होने की बधाई हमारी तरफ से भी। सस्नेह

sunil kaithwas said...

khushi ke pal kaid karte waqt camre ko bhinchne ki jaroorat nahi padti sandeep sir bas khushi ke urja kshetra me bahte rahen aur bus click.click.click

sunil kaithwas said...

shobhaji aap ka sneh aise hi chahiye......

kapil kumar said...

meerut ki kanyaye hain ye to?


kapil inext mrt