कहते हैं लोग शादी के बाद बदल जाते हैं,
मेरे भी कुछ जानने वाले बदल गए,
मैं बहुत तरीके से घर चलाना जानता हूं
तकिया की खोल,चद्दर,और बेड शीट
खुद ही धुल लेता हूं
किचेन का सारा काम जानता हूं
और
खाना भी बहुत अच्छा बना लेता हूं
मेरे दोस्त कहते हैं
मेरी बीवी बहुत खुश रहेगी
अब कौन बताए इन बेवकूफ दोस्तों को
कि
शादी के बाद
लोग बदल जाते हैं...
Monday, November 8, 2010
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4 comments:
कविता का यह रुप भी अनन्य है जिसमें सीधी सपाट अभिब्यक्ति प्रकट होती है।
किशोर कुमार जैन गुवाहाटी असम
हां ठीक कहा, ये बदलाव बता रहा है कि शादी के बाद लोग कैसे और क्यूं बदल जाते हैं
अब कौन बताए इन बेवकूफ दोस्तों को
कि
शादी के बाद
लोग बदल जाते हैं...
बहुत खूब ......
ultimate...
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